13 अप्रैल 2025 - 16:57
लोभ और लालच का नुक़सान 

ग़ुलाम और अधीन लोगों की तीन निशानी है, स्वतंत्र ग़ुलाम,इच्छाओं का ग़ुलाम और लालच का ग़ुलाम।

قال أمیرالمؤمنین علی علیه السلام:

أَكْثَرُ مَصَارِعِ اَلْعُقُولِ تَحْتَ بُرُوقِ اَلْأَطْمَاعِ اَلْعَبِيدُ ثَلاَثَةٌ عَبْدُ رِقٍّ وَ عَبْدُ شَهْوَةٍ وَ عَبْدُ طَمَعٍ. مَنْ أَرَادَ أَنْ يَعِيشَ حُرّاً أَيَّامَ حَيَاتِهِ فَلاَ يُسْكِنِ اَلطَّمَعَ قَلْبَهُ

مجموعة ورّام، ج ۱، ص ۴۹

अमीरुल मोमेनीन हज़रत अली अ.स. 

अधिकांश अक़्ल का ठोकर खाकर गिरना लालच और लोभ के कारण होता है। ग़ुलाम और अधीन लोग तीन तरह के होते हैं, स्वतंत्र ग़ुलाम,इच्छाओं का ग़ुलाम और लालच का ग़ुलाम। 

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